गौरतलब है कि
हम आज़ाद है
लेकिन
घर से बाहर कदम
संभाल कर रखना
कहीं मचा होगा दंगा-फ़साद
कहीं लूट-मार,
तो कहीं चौरी-चकारी
कही घूम रहे होंगे हत्यारे,
तो कही बलात्कारी |
और तो और,
जब महंगाई
कमर तोड़ रही होगी
तो कुछ गाड़ियाँ,
ट्रक, बस, गोदाम
फूँके जा रहे होंगे
कही सुना था
आज भारत बंद है |
सचमुच,
भारत बंद है
फिर भी बुलंद है |
No comments:
Post a Comment