दरवाजे के ठीक बगल मे
एक जूता रखने का स्टेंड है
जूते इतने ज़्यादा है,
कि स्टेंड छोटा पड़ रहा है
पर पहनने के लिए पाँव सिर्फ़ दो ही है
अब हमे ज्ञान मत देना की
कुछ पैसा दान ही कर देते
इतना फालतू जुतो मे ना खरच के
किसी को दो वक्त की रोटी दे देते
हम रोज़ नये जोड़ी जूते नही पहनते
ना हमे शौक है दिखावा करने का
रोज़ एक ही जोड़ी पहनते है
बाकी जुतो मे चूहो ने अपना घर बना लिया है
अब इस शहरी भीड़ भाड़ मे उन्हे कहाँ बिल खोदने मिलेगा |
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